( मेरा जी है जब तक तेरी जुस्तजू है ज़बान जब तलक है यही गुफ्तगू है ) – २ किया सैर हमने गुलजार-ए-दुनिया गुल-ए-दोस्ती में अजब रंग-ओ-बू है – २ ( तमन्ना है तेरी अगर है तमन्ना तेरी आरजू है, अगर आरजू है ) -२ ख़ुदा जाने क्या होगा अंजाम इस का मैं बेसबर इतना हूं वो तुन्द ख़ू है तमन्ना है तेरी अगर है तमन्ना तेरी आरजू है, अगर आरजू है नज़र मेरे नज़र मेरे दिल की पड़ी किस पर – २ जिधर देखता हूँ वही रू-ब-रू है ( तमन्ना है तेरी अगर है तमन्ना तेरी आरजू है, अगर आरजू है ) -२ ख़ुदा जाने क्या होगा अंजाम इस का मैं बेसबर इतना हूं वो तुन्द ख़ू है तमान्ना है तेरी अगर है तमान्ना तेरी आरजू है, अगर आरजू है